Mahavir In Hindi : महावीर, जिन्हें वर्धमान के नाम से भी जाना जाता है, जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे। वे 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी थे। महावीर का जन्म 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के शुरुआती भाग में बिहार, भारत में एक शाही क्षत्रिय जैन परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम त्रिशला और पिता का नाम सिद्धार्थ था।
भगवान महावीर के अनमोल वचन | Mahaveer Swami Quotes In Hindi
1. सबसे बड़ा धर्म है : अहिंसा – महावीर स्वामी
2. किसी भी जीव के साथ दुर्व्यवहार न करे और न उनका उत्पीड़न करें – महावीर स्वामी
3.अगर किसी ने आपका बुरा किया है तो उसे भूल जाइए और अगर कभी अपने किसी का भला किया है तो उसे भी भूल जाएं – महावीर स्वामी
4. कभी किसी मनुष्य को उसकी आजीविका से वंचित न रखें ,ऐसा करना पाप के सम्मान है – महावीर स्वामी
5. कभी किसी जीव के अस्तित्व को हानि न पहुंचाए ,शांति से जीयों और दूसरों को जीने दो ,हमेशा दुसरो के प्रति स्नेह का भाव रखो – महावीर स्वामी
6. अपने वाणी और कर्म के मेल से ही व्यक्ति शारीरिक, मानसिक, भाषा मे सीधापन और सामंजस्यपूर्ण की प्रवृत्ति हासिल करता है – महावीर स्वामी
7. अहिंसा ही शांति और आत्म-नियंत्रण है – महावीर स्वामी
8. सभी मनुष्य स्वयं के दोषों के कारण ही दुखी हैं और वे स्वयं में सुधार करके खुश हो सकते हैं – महावीर स्वामी
9. आप एकमात्र तत्व नहीं हैं यही पर्यावरण का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है – महावीर स्वामी
वर्धमान महावीर के प्रेरक विचार | Vardhamana Mahavira Quotes In Hindi
10. प्रत्येक प्राणी के प्रति दया का भाव रखें क्यूंकि घृणा से विनाश होता है – महावीर स्वामी
11. जैसा कि हम अपने आप को मानते हैं सुख हो या दुख, आनंद हो या शोक हमें सभी प्राणियों का सम्मान करना चाहिए – महावीर स्वामी
12.सभी आत्माएं एक समान हैं और उनमें समरूप प्रकृति के गुण हैं – महावीर स्वामी
13. मेरा कोई शत्रु नहीं , सभी मित्र के सम्मान हैं – महावीर स्वामी
14.आत्मा अकेले आई और अकेले ही जाएगी, न तो कोई उसका मित्र है और न ही कोई साथ देता है – महावीर स्वामी
15. ईश्वर का कोई अलग अस्तित्व नहीं हर कोई सही दिशा में प्रयास करके दिव्यता को प्राप्त कर सकता है – महावीर स्वामी
16. आध्यात्मिक अनुशासन का केंद्र बिंदु आत्मा है – महावीर स्वामी
17. प्रत्येक प्राणी स्वतंत्र है, कोई भी किसी अन्य पर निर्भर नहीं करता – महावीर स्वामी
18. क्रोध और अधिक क्रोध उत्पन्न होता है, क्षमा और प्रेम अधिक क्षमा अथवा प्रेम उत्पन्न करता है – महावीर स्वामी
महावीर के ज्ञानमय विचार | Quotes Of Mahavir Swami In Hindi
19. यदि आप किसी आदत को आत्महात चाहते हैं तो बिना किसी हिचकिचाहट करें , जब तक कि यह दृढ़ता से स्थापित और पुष्टि न हो जाए कि यह आपके चरित्र का हिस्सा बन गया है, तब तक कोई अपवाद न होने दें और प्रयास में कोई ढील न दें – महावीर स्वामी
20. अगर जिंदगी में ख़ुशहाल रहना है तो दो बातें हमेशा याद रखें : ईश्वर और मृत्यु – महावीर स्वामी
21. आत्म-नियंत्रण का अभ्यास तपस्या एवं उपवास के साथ करें – महावीर स्वामी
22. आपके असली शत्रु आपके भीतर ही है ,वे शत्रु हैं; क्रोध, अभिमान, लालच, मोह और घृणा
23. आपात की स्थिति में मन को भय के कारण डगमगाना न दो – महावीर स्वामी
24. स्वंय से लड़ो बाहरी शत्रु से क्या लड़ना ,जो मनुष्य स्वंय पर विजय हासिल कर लेता है उसे आनंद की प्राप्ति होती है – महावीर स्वामी
24. स्वंय से लड़ो बाहरी शत्रु से क्या लड़ना ,जो मनुष्य स्वंय पर विजय हासिल कर लेता है उसे आनंद की प्राप्ति होती है – महावीर स्वामी
25. मुझसे से नहीं डरोगे तो कोई बात नहीं ,परन्तु अपने कर्मो से तो डरना क्यूंकि कर्मो ने तो मुझे भी छोड़ा था – महावीर स्वामी
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